Last Updated:
Bulandshahr Latest News: यूपी के बुलंदशहर में सपा के 15-20 कार्यकर्ताओं पर एफआईआर दर्ज हुई है. सपा सांसद रामजी लाल सुमन को ले जाते समय पुलिस से हंगामा हुआ. जिसके बाद अखिलेश यादव ने इसे करणी सेना की साजिश बताई ह…और पढ़ें

अखिलेश यादव की तसवीर.
बुलंदशहर. उत्तर प्रदेश के जनपद बुलंदशहर में अरनिया थाना क्षेत्र में समाजवादी पार्टी के 15 से 20 कार्यकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. इन कार्यकर्ताओं पर सरकारी कार्य में बाधा डालने और पुलिस से अभद्रता करने जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है. मामला सपा सांसद रामजी लाल सुमन से जुड़ा है. आरोप है कि सांसद को बुलंदशहर ले जाने के दौरान सपा कार्यकर्ताओं ने पुलिस के साथ हंगामा किया और कानून व्यवस्था में बाधा उत्पन्न की. वहीं इस पूरे मामले में अब सपा मुखिया अखिलेश यादव का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि रामजी लाल सुमन के काफिले पर टायर और पत्थर फेंककर जानलेवा हमला किया गया था, जिसके चलते ऐक्सीडेंट का कारण बना, ये एक आपराधिक कृत्य है. सपा मुखिया ने कहा कि इतने टायर एक साथ इकट्ठा करना एक गहरी साजिश का सबूत है. वहीं सपा मुखिया ने कहा कि अब क्या बुलडोजर का दम बेदम हो गया है या यूपी की सरकार ने अराजकता के आगे समर्पण कर दिया है.
दरअसल, पूरा विवाद बीते 21 अप्रैल की उस दर्दनाक घटना के बाद शुरू हुआ, जब बुलंदशहर के थाना देहात कोतवाली क्षेत्र में दलित समाज के कुछ लोगों पर एक थार कार चढ़ा दी गई थी. इस घटना में एक बुजुर्ग महिला की दर्दनाक मौत हो गई थी, जबकि चार अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे. आज समाजवादी पार्टी का एक डेलिगेशन पीड़ित परिवार से मिलने के लिए बुलंदशहर आना चाहता था. लेकिन पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए डेलिगेशन को आगे बढ़ने से रोक दिया.
खाटू श्याम पहुंची युवती होटल में गई टॉयलेट, 6 मिनट बाद निकली बाहर, बोली- ‘दो घंटे तक…’
इसी दौरान बुलंदशहर और अलीगढ़ के बॉर्डर पर स्थित गभाना टोल प्लाजा पर सपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक हो गई. हालात तनावपूर्ण होते देख पुलिस ने सख्ती बरती और सपा कार्यकर्ताओं को वापस लौटने के लिए मजबूर कर दिया. फिलहाल पूरे मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज कर ली है.
वहीं पूरे मामले में जानकारी देते हुए बुलंदशहर के एसपी देहात डॉ तेजवीर सिंह ने बताया कि आज राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन बुलंदशहर जाना चाहते थे लेकिन सुरक्षा कारणों को ध्यान में रखते हुए उन्हें जाने की इजाजत नहीं दी गई. वहीं उनके रोकने पर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पुलिस के साथ धक्का-मुक्की की सरकारी काम में बाधा डाल इस मामले को थाना अरनिया में 15 से 20 समाजवादी पार्टी के अज्ञात कार्यकर्ताओं के खिलाफ यह मुकदमा दर्ज हुआ है. फिलहाल सभी लोग समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता व नेता गभाना टोल से वापस लौट गए हैं.