
मुरादाबाद के पूर्व सपा सांसद डॉ. एसटी हसन ने भाजपा पर तीखा हमला बोला है।
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे की तरफ से सुप्रीम कोर्ट पर की गई टिप्पणी पर घमासान मचा हुआ है। हालांकि, भाजपा शीर्ष नेतृत्व ने निशिकांत दुबे के इस बयान को निजी बयान बताते हुए पल्ला झाड़ लिया है। तो वहीं विपक्ष इस बयान के बाद भाजपा की घेराबंदी में लगा हुआ ह
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मुरादाबाद में सपा के पूर्व सांसद डॉ. एसटी हसन ने निशिकांत के बयान को अफसोसनाक बताया। कहा, सुप्रीम कोर्ट संविधान ही नहीं लोकतंत्र की भी हिफाजत कर रहा है। उन्होंने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा, जब बाबरी मस्जिद के खिलाफ जजमेंट आता है तो ये लोग बहुत खुश होते हैं जबकि, वक्फ को लेकर दिए गए अंतरिम आदेश से इन्हें दिक्कत हो रही है।
डॉ. हसन ने कहा, सुप्रीम कोर्ट पर इस तरह की टिप्पणी कोर्ट की अवहेलना उसकी अवमानना करना है, इस पर निशिकांत पर केस होना चाहिए। उन्होंने कहा, उच्चतम न्यायालय ही है जिसकी वजह से देश में अल्पसंख्यकों, पिछड़ों और दलितों को इंसाफ मिल रहा है। चूंकि, सरकार से इंसाफ की कोई उम्मीद नहीं है।
भाजपा शीर्ष नेतृत्व की ओर से निशिकांत दुबे के उच्चतम न्यायालय पर की गई टिप्पणी को निजी बयान बताने पर हसन ने कहा, ये रणनीति अच्छी है पहले कहलवा दें उसके बाद पल्ला झाड़ लें। उन्होंने सवाल किया कि, क्या बिना प्रधानमंत्री की इजाजत के इस तरह के बयान दिए जा सकते हैं।
उन्होंने कहा, आपके पास मेजॉरिटी है, आप देश में कानून बना दें कि देश में नॉन वेज नहीं चलेगा सब वेजिटेरियन खाएंगे तब सुप्रीम कोर्ट देखेगा कि ये आदेश कानून के खिलाफ है या कानून के मुताबिक। सपा सांसद ने कहा, आप एरोगेंस में हैं देश के ताने बाने को बर्बाद कर रहे हैं।
डॉ. हसन ने कहा, आप हिन्दू मुस्लिम इत्तेहाद, देश की गंगा जमुनी तहजीब को बर्बाद कर रहे हैं। कहा, आप बहुमत का हवाला देते हुए देश में कोई भी कानून बना सकते हैं।
डॉ. एसटी हसन ने भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के बयान की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट पर इस तरह की टिप्पणी कोर्ट की अवहेलना और अवमानना है। उन्होंने यह भी कहा कि उच्च न्यायालय ही है जिसकी वजह से देश में अल्पसंख्यकों, पिछड़ों और दलितों को इंसाफ मिल रहा है।