प्रयागराज का पॉश इलाका है मिंटो रोट। BHS स्कूल के पीछे वाले इस इलाके में स्थित है “स्मृति पार्क”। यह नगर निगम की फाइलों में यह पार्क गुमनाम सा हो चुका है। तभी तो महाकुंभ के पहले जब नगर निगम शहर के सभी पार्कों के सौंदर्यीकरण व जीर्णोद्धार के काम में ज
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शौचालय कुछ इसी तरह से पड़ा हुआ है।
आज यह पार्क कम कूड़ाघर ज्यादा लगता है। टूटी- फूटी बाउंड्रीवाॅल, चारों तरफ कूड़ा कचरा। टूटा फूटा ओपन जिम.. यह सब कुछ देखकर इस पार्क की दयनीय स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है। इस पार्क के बारे में जानने के लिए दैनिक भास्कर यहां के स्थानीय लोगों से बातचीत करने पहुंची। आइए, जानते हैं क्या कहते हैं स्थानीय लोग।

हरिहर सिंह।
नगर निगम चाहे तो बदल सकती है इस पार्क की सूरत
यहां रहने वाले हरिहर सिंह कहते हैं, इस इलाके में बड़ी संख्या में लोग रहते हैं। फ्रंट पर ही पार्क है। आज ही बदहाल है। बाउंड्री वाल टूटी है। अंदर शौचालय तो बने हैं लेकिन क्षतिग्रस्त है। नगर निगम यदि चाहे तो इस पार्क के दिन लौट सकते हैं।

निखिल केसरवानी।
इंद्रजीत साहू, बताते हैं कि वर्षों से यह पार्क बदहाल है। दीवार टूट चुकी है। यदि यह पार्क बना दिया जाए तो यहां लोग आकर मार्निंग वाक कर सकते हैं, बच्चे भी इधर उधर खेलते हैं वह भी आकर यहां खेल सकते हैं।
निखिल केसरवानी बताते हैं कि स्मार्ट सिटी के तहत इस पार्क में ओपन एयर जिम बनाया गया था लेकिन देखरेख न होने से सब टूटा पड़ा है। दरअसल, इस पार्क की जमीन पर बूचड़खाना बनाए जाने की तैयारी थी लेकिन जब इसकी जानकारी हुई थी तो लोगों ने तत्कालीन शिक्षा मंत्री नरेंद्र सिंह गौर से मिलकर यह बताई तो यहां पार्क विकसित किया गया।

इंद्रजीत साहू।
वहीं, इस संबंध में प्रयागराज के महापौर गणेश केसरवानी कहते हैं कि महाकुंभ के पहले शहर के पार्कों को सौंदर्यीकरण का कार्य कराया गया लेकिन यह पार्क छूट गया। इस पार्क को जल्द ही सुधारा जाएगा।