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International Women Day 2025: अंबाला की मधु भाटिया ने आर्थिक तंगी के चलते 20 साल पहले टिफिन सर्विस शुरू की थी. मेहनत से उन्होंने इसे बड़ा बनाया और अब 100 से ज्यादा टिफिन सप्लाई करती हैं. उन्होंने छह अन्य महिलाओ…और पढ़ें

महिला दिवस: अंबाला के इस महिला ने किया कमाल,कई महिलाओं को बनाया आत्मनिर्भर,जानिए
हाइलाइट्स
- अंबाला की मधु भाटिया ने आर्थिक तंगी के चलते 20 साल पहले टिफिन सर्विस शुरू की थी.
- मेहनत से उन्होंने इसे बड़ा बनाया और अब 100 से ज्यादा टिफिन सप्लाई करती हैं.
- उन्होंने छह अन्य महिलाओं को भी रोजगार दिया है.
International Women Day 2025: समय के साथ सोच बदल रही है, लेकिन आज भी कई जगहों पर महिलाओं के लिए हालात आसान नहीं हैं. फिर भी, कुछ महिलाएं अपनी मेहनत और हौसले से समाज की सोच को बदल रही हैं. ऐसी ही कहानी अंबाला की मधु भाटिया की है, जिन्होंने मजबूरी में टिफिन सर्विस शुरू की. आज कई महिलाओं को रोजगार दे रही हैं.
कैसे हुई शुरुआत?
करीब 20 साल पहले मधु भाटिया की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी. परिवार की जरूरतों को पूरा करने के लिए उन्होंने टिफिन सर्विस की शुरुआत की. शुरुआत में केवल 10-15 टिफिन ही रोज जाते थे, लेकिन उनकी मेहनत और लगन ने इस काम को बड़ा बना दिया. आज अंबाला में उनका खाना इतना मशहूर है कि वे रोज़ 100 से ज्यादा टिफिन भेजती हैं.
अब दूसरी महिलाओं को भी दे रहीं रोजगार
मधु भाटिया की टिफिन सर्विस अब इतनी सफल हो गई है कि उन्होंने अपने साथ छह और महिलाओं को रोजगार दिया है. वे कहती हैं, “जब मैंने शुरुआत की थी, तो कभी नहीं सोचा था कि मेरा काम इतना बढ़ेगा. लेकिन धीरे- धीरे सब बदल गया और अब मैं दूसरी जरूरतमंद महिलाओं को भी साथ जोड़ रही हूं.”
घर जैसा मिल रहा है शुद्ध खाना
मधु के हाथों का बना खाना लोगों को इतना पसंद आता है कि कई लोग खुद उनके घर से भी खाना लेकर जाते हैं. उनकी टिफिन सर्विस की सबसे बड़ी खासियत यह है कि वे शुद्ध, घर जैसा खाना उपलब्ध कराती हैं.
महिलाओं के लिए बनी प्रेरणा
मधु भाटिया बाकी महिलाओं को भी प्रेरित करते हुए कहती हैं कि अगर आप कुछ ठान लें, तो पूरी कायनात उसे पूरा करने में लग जाती है. इसलिए कभी खुद को कमजोर मत समझो, मेहनत करो और खुद की पहचान बनाओ. महिला दिवस पर मधु जैसी महिलाएं समाज के लिए मिसाल हैं, जो न सिर्फ खुद आगे बढ़ रही हैं बल्कि दूसरों को भी साथ लेकर चल रही हैं.