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यूपी के मुरादाबाद में अब महिलाओं ने घर का चूल्हा चौका छोड़ आत्मनिर्भर बनना शुरू कर दिया है. महिलाएं अब तरह-तरह के काम कर आत्मनिर्भर बन रहीं है.जिसको लेकर यूपी के मुरादाबाद में भी महिलाओं ने समूह बनाकर आत्मनिर्भ…और पढ़ें

समूह बनाकर मशरूम का उत्पादन कर रही महिलाएं.
हाइलाइट्स
- महिलाएं मशरूम उत्पादन कर कमा रही हैं मुनाफा
- 10 महिलाओं का समूह मशरूम की खेती कर रहा है
- प्रति महीना 50 हजार रुपए कमा रही हैं महिलाएं
पीयूष शर्मा/मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में महिलाएं अब घर के कामकाज से बाहर निकलकर आत्मनिर्भर बन रही हैं. यहां की महिलाएं विभिन्न कार्यों में खुद को संजीवनी देने के लिए काम कर रही हैं. मुरादाबाद में एक महिला समूह ने मशरूम उत्पादन के व्यवसाय को अपनाया है, जिससे वह अच्छा मुनाफा कमा रही हैं.
सफल स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष, गार्गी चौहान ने बताया कि उन्होंने 10 महिलाओं का एक समूह बनाया है, जो मिलकर मशरूम की खेती करती हैं. गार्गी ने बताया कि वह लगभग 5 साल से मशरूम की खेती कर रही हैं. पहले कच्ची सेड में उत्पादन होता था, लेकिन अब उन्होंने 25×25 के दो चैंबर बना लिए हैं, जिसमें वे मशरूम की खेती कर रही हैं और उसे बाजार में बेचने का काम भी करती हैं.
50 हजार रुपये प्रति माह की कमाई
गार्गी ने बताया कि उनका समूह प्रति माह 50 हजार रुपये का मुनाफा कमा रहा है. वह और उनके समूह की 6 महिलाएं मिलकर यह मशरूम की खेती करती हैं. उन्होंने मशरूम की खेती के लिए विशेष प्रशिक्षण लिया था, जिसके बाद उन्होंने अपने समूह की महिलाओं को भी इस कार्य में प्रशिक्षित किया. अब यह सभी महिलाएं आत्मनिर्भर होकर मशरूम उत्पादन कर अपने परिवार का बेहतर जीवन यापन कर रही हैं.
यह उदाहरण मुरादाबाद में महिलाओं की मेहनत और आत्मनिर्भरता का बेहतरीन उदाहरण पेश करता है, जो न सिर्फ अपनी आजीविका कमा रही हैं बल्कि समाज में एक सकारात्मक बदलाव भी ला रही हैं.