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Aligarh Railway Station: अलीगढ़ रेलवे स्टेशन का निर्माण 1865-66 में हुआ और इसका विद्युतीकरण 1975-76 में हुआ. यह स्टेशन स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण रहा और आज भी इतिहास और आधुनिकता का संगम माना जाता है.

ऐतिहासिक है ताला और तालीम के अलीगढ़ का रेलवे स्टेशन,छिपा है 155 वर्षों का इतिहास
हाइलाइट्स
- अलीगढ़ रेलवे स्टेशन का निर्माण 1865-66 में हुआ था.
- महात्मा गांधी और भगत सिंह ने यहां से आंदोलन का बिगुल फूंका था.
- अलीगढ़ स्टेशन आज भी इतिहास और आधुनिकता का संगम है.
अलीगढ़: उत्तर प्रदेश का अलीगढ़ जनपद दुनियाभर में ताले और तालीम के लिए प्रसिद्ध है. यह यूपी का एक ऐतिहासिक शहर भी है. यह दिल्ली से मात्र 140 किलोमीटर की दूरी पर है और प्रदेश के 50 प्रमुख शहरों में अपना महत्वपूर्ण स्थान रखता है. अलीगढ़ न केवल अपनी सांस्कृतिक और शैक्षणिक धरोहर के लिए, बल्कि अपने रेलवे स्टेशन के समृद्ध इतिहास के लिए भी जाना जाता है.
दिल्ली-हावड़ा जैसे अति व्यस्ततम रेल मार्ग पर स्थित अलीगढ़ रेलवे स्टेशन की नींव अंग्रेजी शासनकाल के दौरान वर्ष 1865-66 में रखी गई थी. लगभग 80 वर्षों तक अंग्रेजों के नियंत्रण में रहे इस स्टेशन का विद्युतीकरण देश को आजादी मिलने के 28 साल बाद, 1975-76 में हुआ. आज हम आपको इस रेलवे स्टेशन के इतिहास के बारे में बताएंगे.
एएमयू के प्रोफेसर ने बताया
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के प्रोफेसर एमके पुंडीर ने बताया कि अलीगढ़ रेलवे स्टेशन ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. वर्ष 1923 में भारत छोड़ो आंदोलन के तहत राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और क्रांतिकारी भगत सिंह ने भी इसी स्टेशन पर आकर आंदोलन का बिगुल फूंका था. अलीगढ़ की धरती ने स्वतंत्रता संग्राम के 24 वर्षों के कठिन संघर्ष को करीब से देखा और महसूस किया, जिसके बाद 15 अगस्त 1947 को देश ने स्वतंत्रता की पहली सुबह देखी. देश के विभाजन के कारण नए राष्ट्र पाकिस्तान और बांग्लादेश का उदय हुआ, फिर भी अलीगढ़ रेलवे स्टेशन की धड़कन कभी नहीं थमी.
जानें रेलवे स्टेशन का इतिहास
उन्होंने बताया कि वर्ष 1977 में देश में लगी इमरजेंसी और उसके बाद हुए दंगों ने भी अलीगढ़ को प्रभावित किया, लेकिन स्टेशन पर यात्रियों का आवागमन हमेशा जारी रहा. यहां तक कि हालिया कोरोना महामारी के दौर में जब यात्री ट्रेनों का संचालन लगभग बंद हो गया था, तब भी कुछ मालगाड़ियां चलती रहीं, जिससे स्टेशन की गतिविधियों की नब्ज कायम रही. अलीगढ़ रेलवे स्टेशन आज भी इतिहास और आधुनिकता का जीवंत संगम है, जो समय की हर चुनौती को पार करते हुए अपने गौरवशाली सफर को निरंतर जारी रखे हुए है.