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Success Story: महिलाएं किसी से कम नहीं हैं, यह बात महिलाएं आज साबित भी करती नजर आ रही हैं. आज महिलाओं को सरकार भी आगे बढ़ाने का प्रयास कर रही है. ऐसे में जीविका से जुड़कर एक महिला ने न केवल अपनी किस्मत बदली है,…और पढ़ें

नीलम देवी बनीं आत्मनिर्भर
हाइलाइट्स
- नीलम देवी ने जीविका से जुड़कर कई महिलाओं को रोजगार दिया
- नीलम देवी ने पशु पालन, मशरूम हाट, आटा चक्की मिल खोली
- नीलम देवी के बच्चे अच्छे स्कूल में पढ़ रहे हैं
जहानाबाद:- देश में महिलाएं अब आत्मनिर्भर हो रही हैं. वहीं महिलाओं को आगे लाने के लिए सरकार भी प्रतिबद्ध है और इसे लेकर वह कई सारी योजनाएं भी ला रही है, ताकि हर क्षेत्र में महिला अपने आप को आगे लेकर आए. आज महिलाओं के लिए जीविका योजना सबसे बड़ी ताकत बनकर उभरी है. इस योजना की वजह से महिलाएं अपनी अलग ही पहचान बना रही हैं. उनके बच्चे भी अच्छे स्कूलों में पढ़ पा रहे हैं. अब इसी क्रम में बिहार के जहानाबाद जिले में एक महिला अपने आप को जीविका से जोड़कर नई कहानी गढ़ रही हैं. यह महिला हैं काको प्रखंड की नीलम देवी, जो आज कई महिलाओं को रोजगार भी दे रही हैं, तो चलिए जानते हैं इनके संघर्ष और सफलता की कहानी
आपको बता दें, कि नीलम देवी जीविका से जुड़ने से पहले खेती बाड़ी के साथ- साथ घर संभाल रही थीं. वह 2014 में जीविका से जुड़ीं, इसके 12 साल बाद आज वह जिले की 175 महिलाओं को संगठन से रूबरू करवा रही हैं और हर क्षेत्र में उन सभी महिलाओं को वह आगे लेकर बढ़ रही हैं. नीलम देवी हैं, काको प्रखंड स्थित धरहरा गांव की रहने वाली हैं. वहीं इनके पति भी बखूबी इनके काम में सहयोग करते हैं. आज नीलम देवी पशु पालन, मशरूम हाट, आटा चक्की मिल और चूड़ा मिल खोलकर अपने आस पास के महिलाओं को रोजगार का मौका दे रही हैं.
दर्जनों महिलाओं को मिला रोजगार
वहीं इस बारे में लोकल 18 से नीलम देवी ने बताया, कि 2014 में जीविका से जुड़ी हूं. इसके बाद सभी महिलाओं को घर जाकर जोड़ने की कोशिश की. इसके साथ-साथ उनको रोजगार दिलाने में काफी प्रयास किया. वे कहती हैं जीविका से कुछ कमाई और फिर उसके बाद सरकार से लोन लेकर गाड़ी सबसे पहले खरीदी थी. धीरे-धीरे करके अपना रोजगार आगे बढ़ाया है. आज मशरूम हाट खुल जाने से दर्जनों महिलाओं को काम मिल रहा है. उनकी जिंदगी भी खुशहाल हो रही है. पहले वे सभी महिलाएं घर कर बैठी रहती थीं, लेकिन जैसे ही इस चीज से जुड़ीं उनको कमाई का एक नया जरिया मिल गया.
जीविका से जुड़कर बदली किस्मत
उन्होंने आगे बताया कि जब जीविका से हमारा जुड़ाव नहीं हो पाया था तो घर पर ही रहती थी और थोड़ा बहुत खेती बाड़ी को संभाल रही थी, लेकिन इस जुड़ाव ने मेरी किस्मत पलट दी और आज हम अपने बच्चे को एक अच्छे स्कूल में पढ़ा रहे हैं. वहीं उनके पति ने लोकल 18 से बताया कि पहले हम खेती किसानी करते थे और उससे वैसी कमाई नहीं हो रही थी. हालांकि, हमारी पत्नी जीविका से जुड़ी, धीरे- धीरे हमें भी कमाई का रास्ता मिलता चला गया. नीलम देवी ने कहा कि आने वाले समय में जीविका से जुड़कर अन्य लोगों को भी रास्ता दिखाने के साथ साथ उन्हें कमाई का नया अवसर देने का काम करूंगी, ताकि समाज में महिलाओं की भागीदारी ज्यादा से ज्यादा हो सके.