
वह दिन बृहस्पतिवार को आया, जिसकी तैयारियों में दो धर्मों के परिवार पूरी शिद्दत से जुटे हुए थे। हिंदू मामा भात की रस्म के साथ डा. आसमा की विदाई को यादगार बनाने के लिए हेलीकाप्टर से लेकर तमाम व्यवस्थाओं में लगे हुए थे, तो बेटी का मुस्लिम परिवार बरात के स्वागत का इंतजाम कर रहा था। निकाह की रस्मों के बाद शाम को बाबुल की दुआएं लेकर आसमा ने शौहर शादाब त्यागी के साथ ससुराल के लिए उड़ान भरी। इन भावुक और खुशी से भरे पलों को सभी ने अपने कैमरों में समेटा।