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Ghazipur startup news : ये ऐसा जुगाड़ है जो स्वाद और स्वच्छता दोनों में खास है. इसमें जैसे ही गर्म चाय डाली जाती है, कप थोड़ा नरम जरूर हो जाता है, लेकिन पिघलता नहीं. इससे कप खाने में और टेस्टी लगता है.

आइसक्रीम कोन से आया आइडिया, चाय के साथ खाओ कप भी—गाजीपुर के लड़के ने सबको चौंका
हाइलाइट्स
- गाजीपुर में 22 साल के पीयूष ठाकुर ने शुरू किया एडिबल टी स्टार्टअप.
- चाय पीने के बाद कप भी खा सकते हैं, जो कॉर्नफ्लेक्स से बना है.
- चाय बैठक में इलायची, मसाला और अदरक फ्लेवर की चाय मिलती है.
Ghazipur Startup. यूपी के गाजीपुर का एक चाय का ठेला चर्चा में है, जिसका नाम है — चाय बैठक. ये कोई आम चाय की दुकान नहीं है. यहां मिलने वाली चाय का नाम है “एडिबल चाय”— यानी ऐसी चाय जिसे पीने के बाद उसका कप (या कुल्हड़) भी खा सकते हैं. इस अनोखे स्टार्टअप के पीछे हैं पीयूष ठाकुर, जो सिर्फ 22 साल के हैं. उनका स्टार्टअप महुआबाग में है. पीयूष बताते हैं कि उन्होंने इस आइडिया को पहली बार गूगल और यूट्यूब पर देखा. तब उन्होंने सोचा कि आइसक्रीम कोन की तरह चाय का कुल्हड़ क्यों न बनाया जाए, जो स्वादिष्ट भी हो और कचरा भी न फैले. तभी से इस इनोवेशन पर काम शुरू कर दिया।
चॉकलेटी कुल्हड़, पिघलता नहीं
ये एडिबल कप कॉर्नफ्लेक्स से बना है, जिसे हार्ड लेयर में तैयार किया जाता है ताकि चाय डालते ही पिघले नहीं. पीयूष बताते हैं कि जैसे ही गर्म चाय डाली जाती है, कप थोड़ा नरम जरूर हो जाता है, जिससे वह खाने में और टेस्टी लगता है. ऊपर से कप को चॉकलेट और फ्लेवर से सजाया जाता है.
चाय के फ्लेवर भी यूनिक हैं—रोज फ्लेवर, इलायची, मसाला, अदरक जैसी चाय लोगों को खूब पसंद आ रही है. हर कप तैयार करने में करीब 4-5 मिनट लगते हैं.
धीरे-धीरे बन रहा ट्रेंड
गाजीपुर में ये पहली बार हुआ है जब कोई ऐसी चाय लेकर आया है जिसे पीने के बाद कप भी खाया जा सकता है. चाय बैठक हर दिन दोपहर 2 बजे से रात 10 बजे तक खुलती है. धीरे-धीरे लोग इस नई पहल से जुड़ रहे हैं. पीयूष की रिसर्च और मेहनत ये दिखाती है कि अगर आइडिया में दम हो, तो छोटे शहरों से भी स्टार्टअप की शुरुआत हो सकती है.