
Bareilly News: संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने मंगलवार को सिविल सेवा परीक्षा 2024 का अंतिम परिणाम घोषित किया। इसमें अभिनव शर्मा ने 130वीं, भमोरा के रुद्रपुर की सृष्टि ने 145वीं, फरीदपुर के आयुष जायसवाल ने 178वीं, अंजलि ने 702वीं और तनुज कुमार ने 996वीं रैंक हासिल कर जिले का नाम रोशन किया है। इन सभी का कहना है कि इस सफलता के पीछे कड़ी मेहनत और लगन से पढ़ाई है।
पिता इंस्पेक्टर ,चाचा कांस्टेबल अब बेटा बनेगा आईपीएस
यूपीएससी परीक्षा में साउथ सिटी निवासी अभिनव शर्मा ने अपने चौथे प्रयास में 130 ऑल इंडिया रैंक हासिल की है। मूल रूप से बदायूं के दातागंज के गांव पढ़ेली के रहने वाले अभिनव बरेली के बदायूं रोड स्थित साउथ सिटी में माता शालिनी शर्मा के साथ रहकर यूपीएससी की तैयारी कर रहे थे। उनके पिता रमेश चंद्र शर्मा देहली गेट, मेरठ में प्रभारी निरीक्षक हैं। इसके साथ ही चाचा अवधेश कांस्टेबल हैं। अभिनव ने बताया कि अपनी पिता की पोस्टिंग के कारण प्रारंभिक शिक्षा मुरादाबाद से पूरी की। इसके बाद उन्होंने आईआईटी पटना से सिविल इंजीनियरिंग से बीटेक की। अभिनव ने बताया कि उन्होंने वर्ष 2020 में इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद भी वह संतुष्ट नहीं हुए और इसके बाद उन्होंने प्रतियोगिता की तैयारी करना शुरू की और 2021 में वह प्री क्लियर नहीं कर सके। उन्होंने दोबारा प्रयास कराना शुरू किया और 2022 में सुधार करते हुए साक्षात्कार तक पहुंचे, लेकिन सफल नहीं हो सके। 2023 में सफल होकर इंडियन पोस्टल सर्विस में जगह बनाई, लेकिन इससे भी उनका मन नहीं माना। उन्होंने आईपीएस बनने के अपने सपने को सच करने के लिए चौथी बार प्रयास किया और 26 साल की उम्र में ही सफलता को अपने कदमों में ला रखा। अपनी तैयारी के दौरान उन्होंने वैकल्पिक पेपर की तैयारी ऑनलाइन की। आगे की तैयारी उन्होंने बिना कोचिंग की।
सैमसंग की नौकरी छोड़ी, मेहनत से बनाई सिविल सर्विसेज में जगह
फरीदपुर निवासी आयुष जायसवाल (25) ने नोएडा में सैमसंग में 24 लाख सालाना पैकेज की नौकरी को छोडकर सिविल परीक्षा की तैयारी की। उन्होंने अपने दूसरे प्रयास में 178वीं रैंक हासिल की है। फरीदपुर के मोहल्ला कानून गोयान के रहने वाले आयुष के पिता अमन जायसवाल कपड़ा व्यापारी है। अमन ने बताया कि पिता उन्हें आईएएस अधिकारी के रूप में देखना चाहते थे। आयुष ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई बरेली से ही पूरी की है। पिता ने आयुष का दाखिला जयपुर के काॅलेज में कंप्यूटर साइंस से बीटेक कराने के लिए कराया। इसके बाद 2021 में पढ़ाई पूरी करने के बाद ही आयुष का चयन सैमसंग कंपनी में 24 लाख के सालाना पैकेज के साथ नोएड़ा में हुआ। एक साल नौकरी करने के बाद उन्होंने नौकरी छोड दी। इसके बाद वह दिल्ली में ही सेल्फ स्टडी करते हुए तैयारी शुरू कर दी और उन्होंने पहले प्रयास में 707वीं रैंक हासिल कर आईआरएस के पद पर चयनित हो गए। ट्रेनिंग के दौरान उन्होंने 10 माह की छुट्टी लेकर दोबारा से प्रयास कर अपने आईएएस बनने के सपने को पूरा करने के लिए परिजनों से बात की और करीब एक साल बाद ही उन्होंने अब 178वीं रैंक हासिल करने में सफलता पाई है। इसके अलावा उनका अभ्युदय कोचिंग भी पंजीकरण था।
दो बार के प्रयास में रही असफल, तीसरे में मिली सफलता
सदर बाजार कैंट की अंजलि ने यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा में 702वीं रैंक हासिल की है। अंजलि की सफलता से पूरा परिवार बहुत खुश है। खास बात यह है कि विज्ञान विषय से पोस्ट ग्रेजुएट अंजलि ने दर्शनशास्त्र विषय से परीक्षा पास की है। अंजलि के पिता ओमप्रकाश रेवेन्यू डिपार्टमेंट में कार्यरत हैं। अंजलि अपनी सफलता का श्रेय परिवार और दोस्तों को देती हैं। उन्होंने बताया कि यह उनका तीसरा प्रयास था। इसके पहले दो प्रयास में वह प्रारंभिक परीक्षा भी पास नहीं कर सकी थीं। लेकिन इससे वह निराश नहीं हुई बल्कि और मेहनत, लगन से परीक्षा की तैयारी में जुटी रहीं। तीसरे प्रयास में उनको सफलता मिली और 702 रैंक आई है।