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Dairy business: अमरेली के प्रदीपभाई परमार गिर गायों का पालन कर लाखों कमा रहे हैं. रोज़ाना 18 लीटर दूध देने वाली गिर गायों से वह दूध, घी और बछड़ों की बिक्री कर अच्छी कमाई कर रहे हैं.

गिर गाय पालन
अमरेली जिले के लाठी तालुका स्थित रभाडा गांव के प्रदीपभाई परमार इन दिनों अपनी गिर गायों से लाखों रुपए कमा रहे हैं. उनका यह व्यवसाय न केवल उन्हें आर्थिक स्वतंत्रता दे रहा है, बल्कि अन्य युवाओं के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बन गया है. प्रदीपभाई गिर गायों के प्रजनन और उनके दूध एवं घी की बिक्री से शानदार आय अर्जित कर रहे हैं.
गिर गायों का पालन और दूध की आय
प्रदीपभाई परमार के पास एक ऐसी गिर गाय है, जो रोजाना 18 लीटर दूध देती है. यह गाय उसकी उच्च गुणवत्ता और विशेष प्रजनन प्रक्रिया का नतीजा है. प्रदीपभाई ने बताया कि उनकी गायों को विशेष रूप से खाद्य सामग्री दी जाती है, जिसमें हरा चारा, सूखा चारा, चीनी और मिनरल मिक्सर पाउडर शामिल हैं. इन गायों को अच्छे बैल से प्रजनन कराया जाता है, जिससे न केवल दूध की मात्रा बढ़ती है, बल्कि बछड़े भी उच्च गुणवत्ता के होते हैं, जिनकी बिक्री से भी उन्हें अच्छा मुनाफा होता है.
युवाओं के लिए एक आदर्श उदाहरण
अमरेली जिले में अब युवा बड़ी संख्या में पशुपालन से जुड़ रहे हैं. नौकरी, व्यवसाय और कृषि कार्य छोड़कर वे अब इस पारंपरिक व्यवसाय को अपना रहे हैं. प्रदीपभाई परमार जैसे पशुपालक उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं कि कैसे गिर गायों के पालन से न केवल अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है, बल्कि यह एक स्थिर और सम्मानजनक व्यवसाय भी बन सकता है. प्रदीपभाई ने बताया कि उनके पास एक गाय की कीमत 2,00,000 रुपये तक हो सकती है. यह गिर गाय, जो भावनगर नस्ल की है, के सींग और कान लंबे होते हैं और यह लगभग 400 से 420 किलोग्राम वजन की होती है.
पशुपालन से बढ़ता हुआ लाभ
प्रदीपभाई ने कहा कि गिर गायों से मिलने वाली आय उनके लिए और उनके परिवार के लिए जीवन स्तर को सुधारने में सहायक है. वे अपने दूध और घी को स्थानीय बाजार में बेचते हैं और इसके अतिरिक्त प्रजनन से उत्पन्न बछड़ों की भी अच्छी कीमत मिलती है.