ये चित्र दिसंबर महीने का है। जब एयरपोर्ट पर पहली बार प्लेन ने लैंड किया था।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का संचालन में लगातार देरी हो रही है। मई में डीजीसीए से एयरोड्रम लाइसेंस मिलने की संभावना है। तब तक रोजाना 10 लाख रुपए जुर्माना यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (यापल) पर लगेगा।
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डॉ. अरुण वीर सिंह, सीईओ नायल ने बताया कि शर्त अनुसार कंपनी पर 29 सितंबर से प्रतिदिन 10 लाख का जुर्माना लगाया जा रहा है। यह जुर्माना संचालन न होने तक लगेगा। यानी मई तक कंपनी को 24 करोड़ रुपए बतौर जुर्माना भरना होगा।

एयरपोर्ट निर्माण की जानकारी लेते मुख्य सचिव मनोज सिंह
एक अधिकारी ने बताया कि कोरोना काल के दौरान 29 सितंबर 2021 को नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का काम यापल को अवॉर्ड किया गया था। करीब दो महीने बाद 25 नवंबर 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जेवर में इसका शिलान्यास किया।
15 जून 2022 को एयरपोर्ट का प्रथम चरण के तहत 1334 हेक्टेयर में निर्माण कार्य शुरू हो गया। प्रथम चरण में 3900 मीटर लंबा पहला रनवे व एक टर्मिनल बिल्डिंग और एयर ट्रैफिक कंट्रोल टॉवर (एटीसी) को पूरा किया जाना था।
प्रथम चरण के तहत विमान सेवा के संचालन के लिए 29 सितंबर 2024 की तिथि निर्धारित की गई थी। लेकिन एयरपोर्ट नीयत समय से शुरू नहीं हो सका। एयरपोर्ट से मई के बाद ही विमान सेवा शुरू होने की उम्मीद है।
इसका कारण टर्मिनल बिल्डिंग का निर्माण कार्य पूरा न होना था। मई अंत तक ही डीजीसीए से एयरोड्रम लाइसेंस मिलना बताया जा रहा है। बिना लाइसेंस के लिए रनवे पर विमानों की लैंडिंग व टेकऑफ प्रक्रिया संभव नहीं है।

यमुना विकास प्राधिकरण का प्रशासनिक खंड कार्यालय
डोमेस्टिक व कार्गो फ्लाइट पहले दिन से होगी शुरू टर्मिनल बिल्डिंग का काफी काम अधूरा है, ऐसे में एयरपोर्ट के संचालन के पहले दिन से सिर्फ डोमेस्टिक व कार्गो फ्लाइट की शुरू हो पाएगी। इसके दो महीने बाद से इंटरनेशनल सेवा शुरू हो सकती है।
अधूरी टर्मिनल के चलते एक साथ सभी प्रकार की विमान सेवा शुरू करना मुश्किल है। वहीं, सीआईएसएफ व पुलिस कर्मियों को भी संचालन की तिथि निर्धारित होने के 45 दिन पहले एयरपोर्ट पर पहुंचकर कमान संभालनी होगी।

एनआईए के अधिकारियों के साथ बैठक करते मुख्य सचिव
टर्मिनल बिल्डिंग का 80 फीसदी हुआ काम एयरपोर्ट टर्मिनल का 80 फीसदी काम पूरा हो पाया है। अप्रैल 2025 तक पैसेंजर बिल्डिंग का कार्य पूरा हो पाना संभव नहीं है। वर्तमान में स्टील फ्रेमिंग में रफूगिंग और आंतरिक फिनिशिंग का कार्य चल रहा है।
रनवे और एयर साइड का कार्य लगभग 90 फीसदी पूरा हो पाया है। अप्रैल तक रनवे और एयर साइड का कार्य पूरा हो पाएगा। वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण कार्य अभी करीब 40 फीसदी पूरा हो पाया है, अप्रैल में ही इसका संचालन हो पाएगा। एसटीपी का निर्माण कार्य करीब 43 फीसदी ही पूरा हुआ है, वह भी अप्रैल में पूरा हो पाएगा।